वन्य प्राणियों की विविधता एवं प्रचुरता उत्तर प्रदेश की बहुमूल्य प्राकृतिक विरासत है। शीतकाल में स्थानीय तथा प्रवासी पक्षियों के झुण्ड प्रदेश की झीलों का मुख्या आकर्षण हैं। पारिस्थितिक संतुलन बनाये रखने में पक्षियों का महत्वपूर्ण योगदान है। विश्व में लगभग १०,००० पक्षी प्रजातियाँ विद्यमान हैं। जिनमें से हमारे देश में लगभग १३०० प्रजातियाँ पायी जाती हैं। इन्ही में से लगभग २०० से अधिक प्रजातियों के पक्षी हिमालय पर्वत की असीम ऊँचाईओं को पार कर यूरोप, साइबेरिया, मंगोलिया, मध्य एशिया आदि से १० हज़ार किमी० तक की दूरी पार कर प्रकृति की विभिन्न विषम परिस्थितियों से बचने हेतु हमारे देश में शीत कालीन प्रवास हेतु आते हैं। नवाबगंज पक्षी विहार लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नवाबगंज कस्बे के निकट स्थित है। वर्ष १९८४ में स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों, उनके प्राकृतिक आवास तथा जलीय वनस्पतियों, जीवों के समुचित संरक्षण के उद्देश्य से नवाबगंज पक्षी विहार की स्थापना की गई। यह पक्षी विहार बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी की आइ० बी० ए० साईट भी है। इस पक्षी विहार का क्षेत्रफल २.२४६ वर्ग किमी० है एवं इसके चारों ओर विभिन्न वृक्ष वन का आभास कराते हैं।Tuesday, December 9, 2008
नवाबगंज पक्षी विहार में आपका स्वागत है
वन्य प्राणियों की विविधता एवं प्रचुरता उत्तर प्रदेश की बहुमूल्य प्राकृतिक विरासत है। शीतकाल में स्थानीय तथा प्रवासी पक्षियों के झुण्ड प्रदेश की झीलों का मुख्या आकर्षण हैं। पारिस्थितिक संतुलन बनाये रखने में पक्षियों का महत्वपूर्ण योगदान है। विश्व में लगभग १०,००० पक्षी प्रजातियाँ विद्यमान हैं। जिनमें से हमारे देश में लगभग १३०० प्रजातियाँ पायी जाती हैं। इन्ही में से लगभग २०० से अधिक प्रजातियों के पक्षी हिमालय पर्वत की असीम ऊँचाईओं को पार कर यूरोप, साइबेरिया, मंगोलिया, मध्य एशिया आदि से १० हज़ार किमी० तक की दूरी पार कर प्रकृति की विभिन्न विषम परिस्थितियों से बचने हेतु हमारे देश में शीत कालीन प्रवास हेतु आते हैं। नवाबगंज पक्षी विहार लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नवाबगंज कस्बे के निकट स्थित है। वर्ष १९८४ में स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों, उनके प्राकृतिक आवास तथा जलीय वनस्पतियों, जीवों के समुचित संरक्षण के उद्देश्य से नवाबगंज पक्षी विहार की स्थापना की गई। यह पक्षी विहार बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी की आइ० बी० ए० साईट भी है। इस पक्षी विहार का क्षेत्रफल २.२४६ वर्ग किमी० है एवं इसके चारों ओर विभिन्न वृक्ष वन का आभास कराते हैं।
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2 comments:
gud dear
lage raho munna bhyi
GUD
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